बच्चों में क्रोहन रोग के स्पेशियालिस्ट

क्रोहन रोग एक ऐसी स्थिति है जो दस्त, पेट दर्द, और अन्य लक्षण पैदा कर सकती है। यह मुख्य रूप से पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। पाचन तंत्र में शरीर के वह हिस्से शामिल होते हैं जो भोजन को तोड़ कर उसमें से पोषक तत्वों को लेते हैं और अपशिष्ट को विभाजित कर देते हैं। इसमें मुंह, पेट, और आंतें शामिल हैं।

क्रोहन रोग तब होता है जब शरीर का संक्रमण-लड़ने वाला प्रणाली या सिस्टम (System) हमला करता है, और पाचन तंत्र की पतली परत को नुकसान पहुंचाता है। संक्रमण से लड़ने वाली प्रणाली को “प्रतिरक्षा प्रणाली” कहा जाता है। जब यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है, तो इसे “ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया” (AutoImmune Response) कहा जाता है। क्रोहन रोग में यही होता है। ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया सूजन का कारण बनती है जो आंतों और पाचन तंत्र के अन्य भागों में घावों (अल्सर) और रक्तस्राव को जन्म दे सकती है।

 

  • पेट दर्द होना 
  • वजन घटना
  • दस्त, मल त्याग में खून या दोनों होना 
  • छोटा होना या सामान्य से कई धीरे-धीरे गती से बढ़ना

क्रोहन रोग से पीड़ित कुछ बच्चों को मुंह के छाले, त्वचा पर चकत्ते, जोड़ों में दर्द, जिगर की समस्याएं और आंखों की लालिमा भी होती है।

क्रोहन रोग के लक्षण अलग-अलग समय पर बेहतर या बदतर हो सकते हैं। अभी तक, डॉक्टरों के पास क्रोहन रोग का इलाज नहीं है। लेकिन दवाओं और अन्य उपचार लक्षणों में मदद कर सकते हैं।

हाँ। डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षण कर सकते हैं:

  • रक्त टेस्ट यानी के ब्लड टेस्ट (Blood Test)
  • (Imaging) इमेजिंग परीक्षण – जैसे एक्स-रे (X-Ray), सी.टी. स्कैन (C.T. Scan) या एमआरआई स्कैन (MRI Scan)। इमेजिंग परीक्षण शरीर के अंदर की तस्वीरें दिखाते हैं।
  • “कोलोनोस्कोपी” नामक एक परीक्षण – यह परीक्षण बड़ी आंत के पतली परत को देखते हैं। इस परीक्षण के दौरान, डॉक्टर एक पतली ट्यूब (Tube) को मलाशय में डालते हैं, और इसे पाचन तंत्र के अंतिम भाग में ले जाते हैं, जिसे “कोलन” (Colon) कहा जाता है। ट्यूब के अंत में एक कैमरा होता है ताकि डॉक्टर कोलन  के अंदर देख सकें।
  • “अपर एंडोस्कोपी” (Upper Endoscopy) परीक्षण – यह परीक्षण में, पेट और छोटी आंत के ऊपरी हिस्से के पतली परत को देखते हैं, जिसे “ग्रहणी” या ड्यूओडीनम (Duodenum) कहा जाता है। इस परीक्षण के दौरान, डॉक्टर आपके मुंह में एक पतली ट्यूब जिसमें कैमरे लगा होता है, आपकी अंत डालते हैं, और इसे पेट और ग्रहणी में नीचे  की ओर ले जाते हैं।

यदि आपके बच्चे को क्रोहन की बीमारी है, तो यह जानने के लिए डॉक्टरों को आमतौर पर इन सभी परीक्षणों को करने की आवश्यकता होती है।

  • कई अलग-अलग दवाएं हैं जो क्रोहन रोग के लक्षणों में मदद कर सकती हैं। कुछ दवाएं तब उपयोग की जाती हैं जब लक्षण बहुत खराब अहो जाते हैं। अन्य दवाएं लक्षणों को शुरू होने या वापस आने से रोकने में मदद करती हैं। शुरुआत में आपके बच्चे के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए कुछ अलग दवाओं की कोशिश करनी पड़ सकती है, और कई दवाएं लेनी भी पड़ सकती हैं।

    क्रोहन रोग वाले कुछ बच्चों को कुछ महीनों के लिए एक विशेष सूत्रवाला पेय पीने की आवश्यकता होती है। डॉक्टर कुछ समय के लिए भोजन के बजाय केवल यही सूत्र या फार्मूला के साथ सीमित आहार खाने की सलाह दे सकते हैं। यह पाचन तंत्र की पतली परत को ठीक करने में मदद कर सकता है। यह आपके बच्चे को बढ़ने के लिए आवश्यक वह सभी पोषक तत्व प्राप्त करने में भी मदद कर सकता है। डॉक्टर आपके बच्चे की ऊँचाई और वजन की जाँच करेंगे यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह सामान्य रूप से बढ़ रहा है या नहीं।

    क्रोहन रोग बच्चे को, भोजन से पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त करने को कठिन बना सकता है। अतिरिक्त पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए आपके बच्चे को विटामिन (Vitamin) की खुराक की आवश्यकता हो सकती है। पूरक गोलियां, कैप्सूल, या तरल पदार्थ होते हैं जिनमें यह ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं।

यदि दवाएं किसी भी लक्षणों में मदद नहीं करती हैं तभी आपके बच्चे को सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। या फिर, जब क्रोहन रोग कुछ समस्याओं का कारण बनता है, तब डॉक्टर सर्जरी कर सकते हैं। डॉक्टर इन में से किसी भी प्रकार की सर्जरी (Surgery) कर सकते हैं:

  • रोगग्रस्त ऊतक यानी की टिश्यू (Tissue) निकालें
  • पाचन तंत्र का बंद हिस्सा फिर से खोल दिया जाता है

क्रोहन रोग वाले लोगों को अक्सर जीवनभर के लिए उपचार की आवश्यकता होती है। लेकिन उपचार के साथ, कई लोग काफी सामान्य जीवन जी सकते हैं।

क्रोहन बीमारी वाले बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में कम क़द के हो सकते हैं, या विलंबित युवावस्था से गुजर सकते हैं। जब बच्चा वयस्क हो जाता है तब शरीर में कुछ ऐसे परिवर्तनों होते हैं जिसे तस्र्ण अवस्था यानी के प्यूबर्टी (puberty) कहा जता है। आपका बच्चा अलग होने के वजह से शर्मिंदा या चिंतित महसूस कर सकता है। उसे और अन्य चिंताओं भी हो सकती है, और आपको भी हो सकती है। परामर्श प्राप्त करना या सहायक समूह में शामिल होना से आपको और आपके बच्चे को सामना करने में मदद हो सकती है।

क्रोहन रोग पेट के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि बृहदान्त्र को प्रभावित करने वाले क्रोहन रोग वाले लोगों को अक्सर इसकी जाँच शुरुआत से ही करवानी चाहिए।

इसका मतलब है कि क्रोहन रोग पाए जाने के कुछ वर्षों बाद, और उसके हर एक साल बाद एक बार कोलोनोस्कोपी करवानी चाहिए। डॉक्टर बृहदान्त्र कैंसर के संकेतों की तलाश कर सकते हैं, और यदि वे इसे पाते हैं तो इसका इलाज कर सकते हैं।

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Dr. Harsh J Shah