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पेट का कैंसर (Stomach Cancer)

जठर कैंसर के अच्छे डॉक्टर

जब पेट की सामान्य कोशिकाएं असामान्य कोशिकाओं में बदल जाती हैं, और नियंत्रण से बाहर उनकी वृद्धि हो जाती हैं, तब पेट का कैंसर होता है। पेट पाचन तंत्र का मुख्य हिस्सा होता है। पेट के कैंसर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जो कोशिकाओं के प्रकार और पेट के भाग के आधार पर होते हैं।

कुछ लोग जिन्हें पेट का कैंसर होता है, उन्हें एच.पाइलोरी संक्रमण नामक एक स्थिति होती है। एच.पाइलोरी एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो पेट और आंतों को संक्रमित कर सकता है। एच. पाइलोरी के संक्रमण के कारण कभी-कभी पेट दर्द, सूजन, मतली, या उल्टी जैसे लक्षणों भी हो सकते  हैं।

शुरुआत चरण में, पेट के कैंसर के कोई लक्षण नहीं दिखते हैं। जब पेट के कैंसर के लक्षण दिखते या मेह्सूस होते हैं, तो वे इस प्रकार हो सकते हैं:

– वजन घटना
– पेट दर्द, विशेष रूप से ऊपरी पेट में
– निगलने में परेशानी
– भूख न लगना या कम मात्रा में खाना खाने के बाद भी भरा हुआ महसूस होना
– जी मिचलाना
– थकावट या सांस की कमी (“एनीमिया” (anaemia) नामक स्थिति जो खून की कमी के कारन होता है।

ये सभी लक्षण उन स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं जो पेट के कैंसर नहीं हैं। लेकिन, अगर आपको यह लक्षण मेह्सूस हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को तुरंत बताएं।

हाँ, पेट के कैंसर का परीक्षण, निम्न तरीक़ों से हो सकता हैं:

– अपर एंडोस्कोपी (upper endoscopy) – यह पेट के कैंसर के लिए सबसे ज़्यादा किया जाने वाला परीक्षण है। इस परीक्षण के दौरान, डॉक्टर एक कैमरा और प्रकाश वाली पतली ट्यूब को आपके मुंह में डालते हैं, जो पेट से होकर आपके अंत तक जाती है। यह डॉक्टर को पेट के अस्तर (एक पतली परत) को देखने में मदद करती है।

 बायोप्सी (biopsy) – डॉक्टर अपर एंडोस्कोपी के दौरान यह परीक्षण करते हैं। बायोप्सी के दौरान, डॉक्टर पेट के असामान्य दिखने वाले क्षेत्र से ऊतक का एक छोटा सा नमूना लेते हैं। फिर माइक्रोस्कोप के तहत उसी ऊतक का निरक्षण करते हैं।

– रक्त परीक्षण

– सिटी स्कैन (CT Scan) – इमेजिंग परीक्षण शरीर के अंदर की तस्वीरें बनाते हैं।

आपके डॉक्टर एच.पाइलोरी संक्रमण के लिए भी जाँच कर सकते हैं। डॉक्टर, यह अलग-अलग तरीकों से कर सकते हैं। जैसे की, पेट की बायोप्सी करके, या सांस परीक्षण, रक्त परीक्षण, या अन्य कई प्रयोगशाला परीक्षण।

कैंसर स्टेजिंग यानि के चरण पता लगाना जरुरी है क्योंकि चरण के आधार पर ही इलाज निर्भर है। कैंसर का चरण का पता लगाना मतलब की कैंसर जहा से शुरू हुआ है, उससे कितना आगे फ़ैल गया है इस चीज का पता लगाना।

स्टेजिंग के लिए सिटी स्कैन या पेट-सिटी स्कैन (PET -CT) स्कैन नमक टेस्ट कराये जाते है। कैंसर को चार स्टेज में विभाजित किया जाता है।

आमतौर पर, पेट के कैंसर का निम्न में से एक या अधिक तरीक़ों से इलाज किया जाता है:

  • कैंसर को हटाने करने के लिए सर्जरी – सर्जरी के दौरान, डॉक्टर आपके पेट के सभी हिस्से को हटा सकता है। यदि डॉक्टर आपके सभी पेट को हटा देता है, तो वह आपके पाचन तंत्र को फिर से जोड़ देंगे, ताकि आप समानय तरीक़े से खा-पी सकें।
  • कीमोथेरेपी (chemotherapy)- चिकित्सा की भाषा में, कीमोथेरेपी ऐसी दवाओं होती है जो कैंसर कोशिकाओं को मारते हैं, या उन्हें बढ़ने से रोकती हैं। कभी-कभी सर्जरी कराने से पहले लोग कीमोथेरेपी भी करवाते हैं।
  • विकिरण चिकित्सा (Radiation therapy) – विकिरण कैंसर कोशिकाओं को मारता है।
  • इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) – यह ऐसी दवाओं होती हैं जो कैंसर के विकास को रोकने के लिए शरीर के संक्रमण से लड़ने वाली प्रणाली (“प्रतिरक्षा प्रणाली”) के साथ काम करते हैं।

पेट के कैंसर को कभी-कभी केवल उपचार से ठीक किया जा सकता है। 

इसकी सबसे अधिक संभावना तब होती है जब कैंसर प्रारंभिक अवस्था में ही पाया जाता है। लेकिन, अक्सर, पेट का कैंसर प्रारंभिक अवस्था में नहीं पाया जाता है। यदि आपका पेट का कैंसर ठीक नहीं हो सकता है, तो आपका डॉक्टर आपके लक्षणों को कम करने के लिए अन्य उपचार कर सकते हैं।

यदि आपको एच.पाइलोरी संक्रमण हुआ है, तो आपके डॉक्टर कुछ विशेष दवाईओं के साथ इसका इलाज करंगे। आमतौर पर इसमें, 1 से 2 सप्ताह के लिए 3 या अधिक दवाइयाँ भी लेनी पड़ती है। एच.पाइलोरी संक्रमण के लिए दवाई लेने से आपके कैंसर से छुटकारा नहीं मिलेगा। लेकिन इस उपचार करने के बाद, भविष्य में कैंसर फिर से वापस आ जाने की संभावना, कम हो सकती।

इस उपचार के बाद, आपके डॉक्टर हर बार यह देखने के लिए आपकी जाँच करेंगे कि — “क्या कैंसर वापस आता है या नहीं?”। अनुवर्ती परीक्षणों में परीक्षण यानी के टेस्ट (Test), रक्त परीक्षण, अपर एंडोस्कोपी या इमेजिंग परीक्षण करवा हो सकते हैं।

आपको ऊपर सूचीबद्ध लक्षणों के लिए भी देखते रहना चाहिए। उन लक्षणों के होने का मतलब हो सकता है कि, आपके पेट का कैंसर वापस आ गया है। यदि, आपको कोई लक्षण मेह्सूस होते है, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।

यदि आपका पेट का कैंसर वापस आता है या फैलता है, तो आपको अधिक कीमोथेरेपी या विकिरण चिकित्सा करवानी हो सकती है। आपके लक्षणों की सहायता के लिए आपके पास अन्य उपचार भी हो सकते हैं।

नियमित मुलाक़ातों और परीक्षणों के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। उपचार के दौरान, किसी भी दुष्प्रभाव या समस्याओं के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना भी महत्वपूर्ण है।

पेट के कैंसर का इलाज करने में कई विकल्प और निश्चय लेने होता हैं, जैसे कि कौनसा उपचार करवाना है। हमेशा अपने डॉक्टरों को बताएं कि — आप किसी भी तरीक़े के उपचार के बारे में कैसा महसूस करते हैं। किसी भी समय आपको उपचार का सुझाव दिया जाता है, तो अवश्य पूछें:

  • इस उपचार के क्या लाभ हैं? क्या यह मुझे लंबे समय तक जीने में मदद करने की संभावना है? क्या यह लक्षणों को कम करेगा या रोकेगा?
  • इस उपचार के क्या कोई डाउनसाइड हैं?
  • क्या इस उपचार के अलावा कोई अन्य विकल्प हैं?
  • अगर मेने इसका इलाज नहीं है करवाया तो भविष्य में क्या होगा?
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Dr. Harsh J Shah

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Dr Harsh Shah - GI & HPB Oncosurgeon in India
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