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इर्रिटेबल बावेल सिंड्रोम

20. इर्रिटेबल बावेल सिंड्रोम blog

इर्रिटेबल बावेल सिंड्रोम, या आयबीएस (“IBS”), एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट दर्द और मल त्याग की समस्याओं होती हैं। इस स्थिति वाले कुछ लोगों को बार-बार, पानी जैसा मल त्याग (लगभग दस्त जैसा ही) होता है। दूसरों में पर्याप्त मल त्याग (कब्ज होना) नहीं होता है। कुछ रोगीयों को कभी दस्त और कभी कब्ज, बारी-बारी से अदला-बदली होते रहते हैं।

  • निम्न लक्षणों ऐसे होते हैं:

    • पेट में दर्द और ऐंठन, जो मल त्याग से संबंधित होते हैं
    • दस्त या कब्ज (कुछ लोग दस्त और कब्ज अदला-बदली होते रहते हैं)
    • सूजन
    • गैस

नहीं, कोई विशिष्ट परीक्षण नहीं है। लेकिन, आपके डॉक्टर आपको कुछ प्रश्न पूछकर, और कुछ परीक्षण करके, यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपको आईबीएस के अलावा कुछ नहीं है।

बहुत सारी चिकित्सीय स्थितियाँ या बीमारियाँ हैं जिनके लक्षण, IBS के लक्षण के समान पैदा कर सकती हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आपके डॉक्टर अन्य संभावनाओं के लिए भी और जांच करे।

  • आप ऐसे कुछ, निम्न प्रयोग कर सकते हैं:

    • प्रत्येक दिन आपने क्या खाया, और आपने कैसा महसूस किया, इस पर ध्यान रखने के लिए आप एक डायरी लिखना शुरू करें। इस तरह, आप यह पता लगा सकते हैं कि, आप जो कुछ भी करते हैं या खाते हैं उसमें से कौनसी चीज़ आपके लक्षणों को बेहतर या बदतर बनाती है।
    • उन खाद्य पदार्थों को खाना बंद करें जो आपके आयबीएस (IBS) को और बदतर बना सकते हैं। उन खाद्य पदार्थों को त्याग दे जो आपको गैस करवाते हैं। उसके बाद — दूध, आइसक्रीम, और अन्य खाद्य पदार्थ जिनमें दूध के कोई भी अंश होते हैं — 2 सप्ताह तक खाना छोड़ दें। अपने डॉक्टर को पूछें कि कौन से खाद्य पदार्थ आपके IBS को बदतर बना सकते हैं।
    • अगर आपको कब्ज है तो अधिक फाइबर (fiber) खाएं। फाइबर के लिए, आप अधिक फल और सब्जियां खा सकते हैं। या आप फाइबर की ख़ास गोलियां या पाउडर ले सकते हैं। (यदि अधिक फाइबर खाने से लक्षण बदतर हो जाते हैं, तो फाइबर लेना कम कर दें)।
    • व्यायाम। हर सप्ताह के 3 से 5 दिन में, 20 से 60 मिनट तक कुछ व्यायाम करने में सक्रिय रहें। वर्षों के अध्ययन से पता चलता है कि, व्यायाम से IBS के लक्षणों में काफ़ी सुधार होता है।

दवाएं से आयबीएस (IBS) के लक्षणों को कम किया जा सकता है। लेकिन कोई भी ऐसा उपचार नहीं है जो इस हालत को स्थायी रूप से ठीक कर सकता हो।

काउंसलिंग से IBS पीड़ित लोगों को बहुत मदद मिल सकती है, क्योंकि तनाव और चिंता इस रोग में आपकी हालत को और बदतर बना सकते हैं।

आयबीएस (IBS) के लक्षणों को कम करने वाली दवाइयाँ इस प्रकार हैं:

  • दस्त को कम करने के लिए दवाइयाँ
  • कब्ज को कम करने के लिए दवाइयाँ
  • एंटीडिप्रेसेंट्स (Antidepressants) – ये दवाइयाँ दर्द को रोककर काम करती हैं। जब IBS का इलाज किया जाता है, तो वे डिप्रेशन (Depression) यानी के अवसाद के इलाज के लिए सामान्य रूप से दी जाने वाली दवाइयों की खुराक यानी के डोज़ (dose) की तुलना में बहुत कम खुराक दिए जाते हैं।
  • वह दवाइयाँ जिन्हें “एंटीस्पास्मोडिक्स” (antispasmodics) कहा जाता है
  • एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) – ये दवाइयाँ कभी-कभी कुछ लोगों में सूजन और दस्त को ठीक करने में मदद करती हैं।
 

आयबीएस (IBS) वाले अधिकांश लोगों को उनके अपने जीवन के बाकी समयकाल के लिए आयबीएस (IBS) रहता ही है। फिर भी, अधिकांश लोग अपने लक्षणों में सुधार करने के कई तरीके ढूंढ लेते ही हैं।

इसका सचोट किमिया यह है कि आप अपने डॉक्टर के साथ मिलकर ऐसा तरीक़ा खोज निकालें जो आपके लिए सबसे बेहतर काम करता है।

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Dr. Harsh J Shah

Exclusive Health Tips and Updates

Dr Harsh Shah - GI & HPB Oncosurgeon in India
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