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विषाक्त भोजन

फ़ूड पोईज़न का इलाज

फ़ूड पॉइज़निंग (Food Poisoning) यानी के खाद्य विषाक्तता ऐसी स्थिति या बीमारी है जिसके के कारण मतली, उल्टी, या दस्त हो सकते हैं। फूड पॉइजनिंग ऐसा खाना खाने से होता है जिसमें कीटाणु होते हैं, जैसे बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी (पेरासायट्स – Parasites)। खाद्य विषाक्तता के सबसे सामान्य कारणों में से एक नोरोवायरस (norovirus) होता है। आम तौर पर ज़्यादातर खाद्य विषाक्तता संक्रमित करने वाले बैक्टीरिया के दो उदाहरण — साल्मोनेला (Salmonella) and और ई.कोलाई (E. Coli.) होते हैं। परजीवी (Parasites) ऐसे छोटे कीड़े होते हैं जिनसे कुछ देशों में लोगों को संक्रमण हो सकते हैं।

  • भोजन में रोगाणु कई विभिन्न तरीकों से प्रवेश कर सकते हैं:

    • जो लोग बीमार होते हैं वे अपने कीटाणुओं को उन भोजन में फैला सकते हैं जो वे खाना बनाते समय या हाथ लगाने से या छूने से पहले, अपने हाथ न धोएँ हों।
    • रोगाणु भोजन में या उसके आसपास रह सकते हैं। यदि भोजन को अच्छे से धोया या पकाया नहीं जाता है, तो उसमें मौजूद कीटाणु लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।
    • एक भोजन से कीटाणु दूसरे भोजन में प्रवेश कर सकते हैं। यह तब हो सकता है जब कोई व्यक्ति विभिन्न खाद्य पदार्थों को तैयार करने के लिए एक ही कटिंग बोर्ड या चाकू का उपयोग करता है।

भोजन खाने के ठीक बाद हो लक्षण मेह्सूस होना चलु हो सकते हैं, या कभी-कभी कुछ दिन या सप्ताह बाद तक भी लक्षण नहीं दिख सकते। खाद्य विषाक्तता के कुछ सामान्य लक्षणों निम्न जैसे होते हैं:

  • मितली अथवा उलटी होना 
  • पेट दर्द होना
  • दस्त जो पानी या खून वाला हो सकते हैं
  • बुखार होना

अन्य लक्षणों में तंत्रिका तंत्र की समस्याएं शामिल हो सकती हैं, जैसे धुंधली दृष्टि या चक्कर आना। लेकिन ये समस्याएं उतने आम तौर पे मेह्सूस नहीं होती हैं।

  • हाँ। आप निम्न में से कुछ प्रयोग कर सकते हैं:

    • पर्याप्त तरल पदार्थ पीएं ताकि आपके शरीर “निर्जलित” (Dehydrated) हो न जाए। निर्जलीकरण यानी के डिहायद्रेशन (Dehydration) तब होता है जब शरीर बहुत अधिक पानी खो देता है।
    • ऐसे अल्प भोजन खाएं जिनमें अधिकता वसा (चरबी) न हो
    • अगर आपको थकान महसूस हो तो तुरंत आराम करें

अपने चिकित्सक को दिखाएँ यदि:

  • आपको 24 घंटे में छह से अधिक बहने वाली मल त्याग हुआ हैं
  • आपकी उल्टी या मल त्याग में खून आता है
  • आपको 101.3 ° F (38.5 ° C) से अधिक बुखार है, जो एक दिन के बाद चला नहीं जता
  • आपको गंभीर पेट दर्द होता है
  • आपकी उम्र 70 वर्ष, या उससे अधिक है
  • आपके शरीर ने बहुत अधिक पानी खो दिया है। इसे “निर्जलीकरण” कहा जाता है

उसके कुछ संकेत या लक्षण इस प्रकार हैं:

  •  अतिसार यानी के दस्त जो बहुत पानी जैसा है
  •  बहुत थकान महसूस होना
  •  प्यास लगना
  • मुँह या जीभ शुष्क होना
  • मांसपेशियों में ऐंठन होना
  • चक्कर आना
  • भ्रम होना
  • यदि बहुत पीला मूत्र है, या पांच घंटे से अधिक समय तक पेशाब करने की आवश्यकता नहीं हुई है

लक्षणों वाले छोटे बच्चों और बड़े वयस्कों को अपने डॉक्टर को तुरंत जाँचके लिए देखना चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि ये आयु वाले समूह आसानी से निर्जलित हो सकते हैं।

कई लोगों को टेस्ट (Test) करवाने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन यह संभव है कि आपके डॉक्टर यह जांचने के लिए परीक्षण आकरेंगे कि, क्या आप निर्जलित हुए हैं या यह पता लगाने के लिए कि आपके भोजन में विषाक्तता किस कारण से हुई। आपके डॉक्टर निम्न तरीक़ों से परीक्षण कर सकते हैं:

  • रक्त परीक्षण या रक्त टेस्ट — यानी के ब्लड टेस्ट (Blood Test)
  • अपने मल त्याग के नमूने का परीक्षण यानी के स्टूल टेस्ट (Stool Test)

बहुत से लोगों को किसी भी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि उनके लक्षण अपने आप बेहतर हो जाएंगे। लेकिन आपकी स्थिति के आधार पर, आपका डॉक्टर निम्न सिफारिश कर सकते हैं:

  • एक “IV” के माध्यम से तरल पदार्थ देना – यह आय-व्ही (I.V.) (यानी के नस में सुई) — एक पतली ट्यूब होती है जो आपकी नस में जाती है। बहुत अधिक दस्त या उल्टी वाले लोगों के निर्जलीकरण का इलाज करने या रोकने के लिए IV द्वारा तरल पदार्थों की आवश्यकता हो सकती है।
  • एंटीबायोटिक्स – ये दवाएं बैक्टीरिया के संक्रमण का इलाज करती हैं। लेकिन ज्यादातर लोगों को एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता नहीं होती है, भले ही उन्हें जीवाणु से संक्रमण हुआ हो। यदि आप बुखार और अपने मल त्याग में रक्त से बहुत बीमार हैं, तो आपके डॉक्टर आपको तेजी से बेहतर होने के लिए एंटीबायोटिक्स लेंने के लिए लिख सकता है।

कुछ लोगों को एंटी-डायरिया-रोधी दवाएं ज़्यादा असर या मदद करती हैं। इनमें लॉपैरामाइड (loperamide— ब्रांड नाम: Diamode, Imodium), डायफेनोक्षिलेट-एट्रोपिन (diphenoxylate-atropine — ब्रांड नाम: लोमोटील – Lomotil), और बायस्मथ सबसालिसिलेट (bismuth subsalicylate — नमूना ब्रांड नाम: पेप्टो-बिस्मोल Pepto-Bismol, काओपेक्टेट – Kaopectate) शामिल हैं। यदि आपको अपने मल त्याग में बुखार या रक्त है, तो आपको लोपरामाइड या डायफेनोक्षिलेट-एट्रोपिन बिलकुल भी नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा, बहुत अधिक लोपरामाइड लेने से कुछ लोगों में हृदय की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। यदि आपको स्वास्थ्य समस्याएं हैं या पहले से ही अन्य दवाएं ले रहें हैं, तो लॉपैरामाइड लेकर कोशिश करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें। इन सभी दवाओं के लिए, आपको बताए गए लेबल से अधिक डोज़ नहीं लेना अत्यंत्त ही महत्वपूर्ण है। बच्चों को डायरिया-रोधी दवाएं नहीं लेनी चाहिए।

आप फूड पॉइज़निंग या कीटाणु फैलने से ख़ुद संक्रमित होने की संभावना को कमने के लिए इन बातों पे अत्यंत्त ही महत्वपूर्ण ध्यान दें:

  • डायपर बदलने, बाथरूम जाने, अपनी नाक बहाने, जानवरों को छूने, या कचरा बाहर निकालने के बाद अपने डोनो हाथों को अच्छे से धोना।
  • जब तक आप बेहतर महसूस न करें (यदि आप बीमार हैं) तब तक काम या स्कूल न जयें और घर पर रहें।
  • खाद्य सुरक्षा पर ध्यान देना। कुछ युक्तियां जैसे की:
  • अस्वास्थ्यकर दूध नहीं पीना या इससे बने खाद्य पदार्थ नहीं खाएँ
  •  खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छे से धोना
  • फ्रिज के ठंडे हिस्से को 40°F (4.4°C) और फ्रीजर को 0°F (-18°C) से नीचे के तापमान पर रखना
  • मांस और समुद्री मांस, जब तक अच्छी तरह पक ने जाए तब तक पकाना
  • जर्दी पक्की होने तक अंडे पकाना
  • कच्चे भोजन को छूने के बाद हाथ, चाकू, और कटिंग बोर्ड धोना

खाद्य विषाक्तता को रोकने के लिए अधिक खाद्य सुरक्षा युक्तियों के लिए, तालिका (तालिका) पढ़ें।

गर्भवती महिलाएं और वे लोग जिनके शरीर में संक्रमण से लड़ने में परेशानी होती है, वे फूड पॉइज़निंग को रोकने के लिए और अधिक प्रयोग या युक्तियाँ कर सकते हैं। यदि आप गर्भवती हैं या संक्रमण से लड़ने में परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से फूड पॉइज़निंग को रोकने के अन्य तरीकों के बारे में तुरंत बात करें।

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Dr. Harsh J Shah

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