हाँ। आपके डॉक्टर एक परीक्षा करेंगे, और आपके किसी भी लक्षण का पता लगाएँगे। आपको निम्नलिखित परीक्षण में से एक या अधिक करवाने को कह सकते हैं:
- एक परीक्षण (टेस्ट) जिसे “कोलोनोस्कोपी” (colonoscopy) कहा जाता है – इस टेस्ट में, डॉक्टर आपके गुदा के माध्यम से, और आपके बृहदान्त्र (आकृति) में एक छोटे कैमरा वाली ट्यूब डालते हैं। यह परीक्षण के दौरान, वह पॉलीप्स की जांच कर सकते हैं, और परीक्षण के लिए ऊतक के नमूने भी ले सकते हैं। एक अन्य डॉक्टर, माइक्रोस्कोप के तहत, इस ऊतक का निरीक्षण करते हैं। यह ऊतक दिखा सकता है कि क्या आपको एफएपी या कोई और अलग स्थिति है।
- एक परीक्षण जिसे “सिग्मोइडोस्कोपी” (sigmoidoscopy) कहा जाता है – यह परीक्षण एक कोलोनोस्कोपी के समान है, लेकिन इसमें केवल बृहदान्त्र के अंतिम भाग को देखते हैं, जो मलाशय के करीब होता है ।
- एक परीक्षण जिसे “अपर एंडोस्कोपी (Upper Endoscopy)” कहा जाता है – यह परीक्षण ऊपरी पाचन तंत्र (आकृति) की जांच करने के लिए एक छोटे कैमरे वाली ट्यूब का उपयोग करते हैं। डॉक्टर इस परीक्षण में ऊतक के नमूने भी ले सकते हैं।
- जीनेटिक (Genetic) परीक्षण – यह असामान्य जीन (Gene), जो एफएपी का कारण बनता है, उसकी तलाश के लिए एक रक्त परीक्षण (टेस्ट) यानी के ब्लड टेस्ट (Blood Test) है। परीक्षण से पहले, आप एक आनुवंशिक परामर्शदाता (genetic counsellor) के साथ बात करेंगे। यह आनुवांशिक परामर्शदाता, आपको यह समझने में मदद कर सकते हैं कि आपके और आपके परिवार के लिए इस जीन का क्या मतलब हो सकता है।
आपके पास ये सभी परीक्षण अलग- अलग क्रम में या एक से अधिक बार करवाने को कह सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके परिवार में किसी को एफएपी है, तो ‘क्या आपको भी एफएपी का असामान्य जीन है?’ यह देखने के लिए आनुवंशिक परीक्षण करवा सकते हैं। या आपके पॉलीप्स देखने के लिए एक कोलोनोस्कोपी करवानी होती है। यदि किसी वक़्त आनुवांशिक परीक्षण से पता चलता है कि आपको एफएपी है, तो आपको कोलोनोस्कोपी या “लचीला सिग्मोइडोस्कोपी”, और “अपर एंडोस्कोपी” करवानी हो सकती है। यह परीक्षण आपके डॉक्टर को दिखा सकते हैं कि आपको कितने पॉलीप्स हैं, और वे कहां हैं।
यदि आपको एफएपी है, तो आपके डॉक्टर अन्य प्रकार के कैंसर, जैसे कि थायरॉयड कैंसर, की जांच करने के लिए निरीक्षण या परीक्षण कर सकते हैं।