निगलने में कठिनाई के स्पेशियालिस्ट

जब भी किसी को “निगलने में परेशानी” होती है, तब चिकित्सक उसे ‘डिस्फेजिया’ (Dysphagia) कहते हैं। कभी-कभी, डिस्फागिया तब होता है जब आप बहुत तेजी से खाते हैं या अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाते नहीं हैं। लेकिन अगर आपको डिस्फेगिया है, तो आपको एक गंभीर चिकित्सा समस्या हो सकती है जिसका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए।

आमतौर पर, आपके पाचन तंत्र  के ऊपरी हिस्से में एक समस्या उत्पन्न होने के कारण से डिस्फागिया होता है। अक्सर, घेघा (अन्न-नली) जो आपके मुंह को आपके पेट से जोड़ती है उसी में समस्या होती है। लेकिन यह मुंह या गले में समस्या के कारण भी हो सकता है।

निम्न लक्षणों हो सकते हैं:

  • निगलने में कठिनायी होना
  • निगलते समय दर्द होना
  • ऐसा महसूस होना कि भोजन आपके गले या छाती में फंस गया है
  • निगलते समय खांसी या गैगिंग होना
  • ड्रूलिंग (Drooling) यानी के अतिरिक्त लार टपकाना 
  • बोलने में परेशानी होना

यदि आपको उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी मेह्सूस हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर के पास तुरंत जाँच के लिए चले जाएँ। अगर आप अपनी खुद की लार को निगल नहीं पा रहे हैं, और ड्रूलिंग (Drooling) यानी के अतिरिक्त लार टपका रहे हैं, या बोलने में परेशानी हो रही है तो तुरंत चले जाएँ।

हाँ। आपका डॉक्टर एक परीक्षा करेंगे और आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे। अन्य परीक्षण निम्न में से करवाने को कह सकते हैं:

  • बेरियम एक्स-रे (Barium X-Ray) – इस परीक्षण के लिए, आपको “बेरियम सल्यूशन” (Barium Solution) नामक एक गाढी तरल पीलाते हैं। यह आपके अन्नप्रणाली के अंदर लिपि हुई एक परत जैसा बनाता है। बेरियम एक्स-रे पर दिखाई देता है, इसलिए चिकित्सक घुटकी में जो भी समस्या है उसको तुरंत आसानी से देख सकते हैं।
  • निगल अध्ययन (A Swallowing Study) – इस परीक्षण के लिए, आप बेरियम से लेपित विभिन्न खाद्य पदार्थ खाते हैं। यदि आपके मुंह या गले में मांसपेशियों की समस्या है, तो पूरे परीक्षण के दौरान एक्स-रे लिया जाता है। इस परीक्षण को “वीडियो फ्लोरोस्कोपी” (video fluoroscopy) भी कहा जाता है।
  • (ऊपरी) अपर एंडोस्कोपी (Upper Endoscopy)– इस परीक्षण यानी के टेस्ट (Test) के लिए, डॉक्टर आपके मुंह में, गले के नीचे, और आपके घुटकी में एक पतली, लचीली ट्यूब डालते हैं। यही ट्यूब (जिसे एंडोस्कोप – Endoscope – कहा जाता है) में प्रकाश के साथ एक कैमरा लगाया हुआ होता है, जिस्से चिकित्सक को अन्नप्रणाली के अंदर देख सकते हैं।
  • मैनोमेट्री (Manometry) – यह परीक्षण आपके अन्नप्रणाली के अंदर विभिन्न स्थानों पर दबाव को मापता है। ऐसा करने के लिए, एक छोटी सी नली जो दबाव नाप सकती है, आपकी नाक के माध्यम से, आपके गले में नीचे की ओर, एवं आपके घुटकी में डाली जाती है। इन सभी परीक्षण के परिणाम आपके डॉक्टर को बता सकते हैं जो कि मांसपेशियों निगलने में काम करती हैं, वह कितनी अच्छी तरह से काम कर रही हैं या नहीं।

उपचार इस बात पर ज़्यादा निर्भर करता है कि डिस्फेजिया का कारण क्या है।

यदि समस्या का कारण आपके मुंह में एवं गले के ऊपरी भाग हैं, जिस्से आपको डिस्फेजिया है, तो आपके डॉक्टर आपको बोली या निगलने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर के पास भेज सकते हैं। यह डॉक्टर आपको निगलने में मदद करने के लिए व्यायाम सिखा सकते हैं, तथा आपके आहार में परिवर्तन लाने के कुछ तरीके भी सुझा सकते हैं।

यदि समस्या आपके अन्नप्रणाली को प्रभावित करती है, तो डॉक्टर निम्नलिखित उपचारों में कोई भी सुझा सकते हैं:

  • एसोफेजियल डाईलेशन (Esophageal Dilation) यानी के फैलाव – इस प्रक्रिया के लिए, डॉक्टर एंडोस्कोप (ऊपर देखें) का उपयोग करते हैं, जिसके अंत में एक विशेष गुब्बारे लगाया हुआ होता है जिसके के द्वारा धीरे से आपके घुटकी को फैलाने और चौड़ा करते हैं। 
  • सर्जरी (Surgery) – घुटकी में किसी भी ट्यूमर (Tumor) या अन्य असामान्य ऊतक को हटाने के लिए डॉक्टर सर्जरी कर सकते हैं।
  • दवाएं – डिस्फेजिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाईओं में शामिल हैं:
  • दवाएं जो पेट के एसिड (Acid) को कम करती हैं, जैसे प्रोटॉन पंप इनहिबिटर्स यानी के अवरोधक (तरीक़ा) — Proton Pump Inhibitors
  •  घुटकी के किसी भी संक्रमण का इलाज करने के लिए ख़ास दवाएं।
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Dr. Harsh J Shah